बजरंगी भाईजान 17 जुलाई 2015 को रिलीज हुई थी फिल्म ने 5 साल पूरे कर लिए हैं। आगे पढ़िए सलमान खान की इस फिल्म में हुई कुछ गलतियां: कबीर खान द्वारा डायरेक्ट की गई बजरंगी भाईजान ने 17 जुलाई को ने 5 साल पूरे कर लिए हैं। बजरंगी भाईजान सलमान खान की एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म है। जिसमें की करीना कपूर और नवाजुद्दीन सिद्दीकी को भी लीड रोल में देख सकते हैं। फिल्म की कहानी एक आदमी के इर्द-गिर्द घूमती है जिसे एक छोटी पाकिस्तानी बच्ची एक मंदिर में मिली थी। जब बातें बस से बाहर होने लगती हैं तो वह तय करता है कि वह उसे पाकिस्तान उसके घर वापस छोड़कर आएगा।
अब हम आपको दिखाएंगे फिल्में नादान दी गई कुछ गलतियां:Train वाला सीन: जब चांद नवाब अक्का नवाजुद्दीन सिद्दीकी बजरंगी भाईजान में एक रेलवे स्टेशन पर रिपोर्टिंग कर रहे होते हैं तो उनके पीछे से जो ट्रेन गुजरती है। वह नीले रंग की होती है। और जहां तक कि पाकिस्तान की बात की जाए तो वहां जो ट्रेंस होती हैं वह हरे रंग की होती हैं। तो इससे यह साफ है कि वह ट्रेन भारतीय रेल की थी। पासपोट एजेंट ओफिस: जब पवन पासपोर्ट एजेंट को मुन्नी को वापस घर लौटाने के लिए ₹50000 देता है और जैसे ही मैं वापस जाता है तो वह दुकान बंद देखता है। लेकिन फिल्म में दर्शाया गया था कि वह दुकान 24 घंटे खुली रहती है।

वीडीओ सीन: फिल्म में एक सीन में जब चांद नवाब बजरंगी भाईजान की वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करते हुए दिखते हैं। लेकिन 2015 से 2016 के वक्त तो पाकिस्तान में यूट्यूब बैन कर दिया गया था। और तो और चांद नवाब की वीडियो बिना किसी शान फॉलोइंग के वायरल भी हो जाती है। कमेनटेटरी सीन: फिल्म के शुरुआती सींस में जब क्रिकेट मैच की कमेंट्री सुनाई जाती है। उस वक्त टीवी स्क्रीन पर साफ देखा जा सकता है कि 3 बोलों में 3 रन चाहिए है। लेकिन कमेंटेटर कहता है कि आखरी बोल है। यहां तक की कॉमेंटेटर बोलता है कि आखरी बॉल सिक्सर है पर बाद में देखें तो अंको में केवल 4 रन जोड़े जाते हैं।

जियोगराफिकल मिसटेक: फिल्म में शाहिदा को कश्मीर के नोरवाल में एक हिल स्टेशन में रहता दिखाया जाता है। हालांकि नोरवाल ना तो कोई हिल स्टेशन है और ना ही कश्मीर में है। बल्कि वह पंजाब में है। और तो और नोरवाल में कभी बरफ नहीं पड़ी है जो कि फिल्म में दिखाया गया है। पुलिस सटेशन: फिल्म में सलमान खान को जिस पुलिस स्टेशन में लेकर जाया जाता है वह सिंध में होता है। लेकिन सलमान खान पाकिस्तान में लाहौर से एंट्री लेते हैं। और कुछ ही घंटों के अंदर वह सिंध पहुँच जाते हैं। जोकि पाकिस्तान का बिल्कुल अलग राज्य है। फिल्म में चावड़ा सेक्टर को सिंध में दिखाया जाता है जो कि हकीकत में पंजाब में सियालकोट के पास है।