बात जब पति पत्नी की आती है तो उसमे कई चीज़ें होती हैं दोनो में प्यार भी बहुत होता है. प्यार के अलावा दोनो में लड़ाई भी होती है. खैर ये तो आम बात है. वहीं पति पत्नी को लेकर एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर सभी हैरान रहे गए. एक जोड़े ने एक दूसरे पर शादी के करीब 41 साल बाद 60 केस दर्ज करा दिए हैं. ये मामला हाई कोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुचा. सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद जज ने जब इस केस को सुना तो चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की बैंच चक्कर में पड़ गई. तो क्या है पूरा मामला आईये जानते हैं.
बीते बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया जिसे सुनकर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन.वी. रमणा चौंक गए. एक ऐसा मामला जिसमे पति पत्नी एक दूसरे पर 60 केस दर्ज करवा दिए और ये केस तब दर्ज करवाए गये जब दोनो 30 साल साथ रहने के बाद एक दूसरे से अलग हो गए. बता दें सुनवाई के दौरान याचिकर्ता ससुर की तरफ से पेश वकील ने कहा कि बहु का ससुर के उपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद दोनो का एक साथ रहना किसी भी कीमत पे सही नहीं था. इसके चलते पति का परिवार उसकी पत्नी को एक आवास देने के लिए भी तैयार है.
इस मामले की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन.वी रमणा ने कहा कि कुछ लोगों की लड़ाई करने की आदत होती है, और वो लोग दिन में एक बार कोर्ट का मुह ज़रूर देखते हैं नहीं तो उन्हें नींद नहीं आती है. दोनो तरफ के वकीलों की तरफ से मध्यस्थता सहमति के बाद चीफ जस्टिस की बेंच ने मामले को दिल्ला उच्च न्यायालय के मध्यस्थता केंद्र में भेज दिया है. इसी के साथ दोनो पक्षों को अन्य लंबित मामलों को आगे बढ़ाने की भी अनुमति खारिज कर दी गई है.
मामले को लेकर कोर्ट की तरफ से एक टिप्पणी की गई ये टिप्पणी चीफ जस्टिस की बेंच में मौजूद जस्टिस हिमा कोहली की तरफ से की गई. जस्टिस हिमा कोहली ने कहा कि ‘वकीलों की चतुराई को भी चिन्हित करना पड़ेगा, एक पति पत्नी के बीच 60 मामले’
बता दें मामलें को मध्यस्थता केंद्र भेजा गया है. मध्यस्थता एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे एक तय फैसला सुनाया जाता है. मानो यह एख समयबध्द और तय प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया के बाद दोनो तो आगे के मामलों में भी लंबित कर दिया जाएगा. इस केस में सबसे हैरानी की बात ये सामने निकल कर आयी की दोनो ने एक साथ 30 साल गुज़ारे और फिर एक दूसरे पर 60 केस किए. अब पति पत्नी को अलग हुए 41 साल हो चुके हैं.