सृष्टि गोस्वामी, कृषि विज्ञान की छात्र को एक दिन के लिए उत्तराखंड का प्रतीकात्मक मुख्यमंत्री बनाया गया । उत्तराखंड राज्य आयोग द्वारा बाल अधिकार संरक्षण मोके पर छात्रों के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस को चिह्नित करने की पहल की गई। अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने बॉलीवुड फिल्म नायक से प्रेरित होकर यह कदम उठाया गया जिसमें नायक अनिल कपूर द्वारा अभिनीत नायक नामक फिल्म में अनिल कपूर एक दिन के लिए सीएम बने थे ।
हरिद्वार जिले के दौलतपुर गाँव की रहने वाली 24 वर्षीय सृष्टि गोस्वामी ने रविवार को उत्तराखंड बाल विधान सभा में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में नामित किए गए विभिन्न विभागों द्वारा चल रही योजनाओं की जानकारी लेकर प्रेस कॉनफेरेन्स लेकर बालक और मेहलाओ संबधी कानून कायदो के बारे में बातें की।
मई 2018 में, साथी विधायकों द्वारा सृष्टि गोस्वामी को बाल विधानसभा का मुख्यमंत्री चुना गया। बाल विधानसभा में, हर तीन साल में एक मुख्यमंत्री चुना जाता है। और इस बाल विधानसभा मै चुने गए छात्रों को एक दिन के लिए मुख़्यमंत्री बनानेका फैसला इस साल लिया गया। इस फैसले से उत्तराखंड के छात्रों को अपने राज्य के प्रति लगाव और कुछ कर दिखने का जज्बा और जूनून आएगा यह इस कार्यक्रम का अजेंडा ऐसे मैनेजमेंट से कहा गया।

सृष्टि गोस्वामी को एक दिन का मुख्यमंत्री चुना जाने के बाद पुरे देश से इस घोषणा के बारे में विशेष सदभावना मिल रही है। जैसे नायक फिल्म में अनिल कपूर ने अंबरीश पूरी के भ्रस्टाचार आरोप को लेकर एक मुलाखत लियी थी और उस मुलाखत में अंबरीश पूरी जो उस वक्त के लोगों द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री होते हे ो पत्रकार अनिल कपूर को बोलते हे की सरकार चलाना बहोत बड़ी बात हे और आप एक दिन भी आप सरकार नहीं चला पाएंगे तो उस वक्त अनिल कपूर को एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बना दिया जाता हे और उसके बाद अनिल कपूरजी कैसे काम करते हे अंबरीश पूरी के सब गैरकानूनी बिज़नेस और कामो को अनजान देते है ये सब हमने नायक फिल्म में दिखाया है।
हरिद्वार के बहादराबाद ब्लॉक में स्थित दौलतपुर गाँव इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रहा है, क्योंकि सृष्टि गोस्वामी जो गाँव के निवासी हैं, एक दिवसीय सीएम की भूमिका में उत्तराखंड में किए गए विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए तैयार हैं। सृष्टि को उस एक दिन मै राज्य के प्रमुख १५ विभागोंके मुख्य अधिकारी ५ मिनट का प्रेजेंटेशन देकर राज्य के कामकाज और योजनांओ के बारे में बताया और उसमे सृष्टि गोस्वामी की राय लियी गयी।
सृष्टि गोस्वामी के पिता प्रवीण पुरी दौलतपुर में एक किराने की दुकान चलाते हैं और एक मिड्ल क्लास जिंदगी में उसी किराने के दुकान से सृष्टि के परिवार का गुजारा होता हे, जबकि उनकी माँ सुधा गोस्वामी गृहिणी हैं। सृष्टि रुड़की के बीएसएम पीजी कॉलेज से एग्रीकल्चर में बीएससी कर रही है।

सृष्टि के माता-पिता अपनी बेटी की उपलब्धि को देखकर बहोत खुश हैं। उनकी माँ सुधा ने त्रिवेंद्र रावत के नेतृत्व वाली सरकार को धन्यवाद दिया कि उन्होंने अपनी बेटी को इस पद के लायक समझा। उसके पिता प्रवीण उससे प्रेरणा लेने के लिए सभी के लिए एक उदाहरण मानते हैं। “जब एक बेटी यह उपलब्धि हासिल कर सकती है, तो दूसरों को क्या रोक सकती है?” सृष्टि के पिता ने कहा।