जैसा की हम सब जानते है की आज से एक साल पहले महीने के रिचार्ज कितने काम पेसो में हुआ करते थे जो की आसानी से अफोर्ड किए जा सकते थे। लेकिन इसी साल वही रिचार्ज बल्कि काम सुविधाओ के साथ और भी ज्यादा महंगे कर दिए गए है। इसे आप महंगाई नहीं बल्कि मोनोपॉली के सकते है।
अंबानी की टेलीकॉम कंपनी JIO और Airtel के मासिक रिचार्ज में काफी अंतर आया है। जब यह लॉच हुए थे तो कम पैसों में ज्यादा सेवाएं मिलती थी। लेकिन अब जबसे इनकी मोनोपोली चली तब से ये धीरे धीरे रिचार्ज की कीमतों को निरंतर बढ़ते जा रहे है।
देखा जाए तो हम ग्राहकों के पास इसके अलावा कोई चारा भी तो नहीं बचता है। क्युकी अगर आपको याद हो तो पहले जब हम रिचार्ज नही करते थे तो कम से कम इनकमिंग तो चला करती थी। लेकिन अब तो इन कंपनियों ने यह भी बंद करदी है। मतलब हम रिचार्ज करने के लिए बाध्य है। इन कंपनियों में सरकारी कंपनी BSNL भी शामिल हो चुकी क्युकी उसे भी मार्केट में खड़े रहना है। मतलब की अगर आप २२ दिन रिचार्ज नही करेगे तो आपका इनकॉमिंग बंद होजाएगा।
टेलीकॉम मार्केट की हालत तो इतनी बुरी हो चुकी है की कुछ कहा नहीं जा सकता। एक तरफ Voda और Idea नामक प्राइवेट कंपनी कर्ज में बुरी तरह डूबी पड़ी है। वही दूसरी ओर सरकारी के बुरे हाल है। तो मैदान में तो बस JIO और Airtel ही बचता है।
इन सब चीजों को मद्दे नजर रखते हुए सरकार भी परेशान है। अगर किसी हालत में Voda और Idea बंद हो जाती है तो इसका सबसे ज्यादा बुरा असर कस्टमर पर ही पड़ने वाला है। सरकार इस मुसीबत से निजात पाने का रास्ता खोज रही है क्युकी अगर ऐसा होता है टेलीकॉम सेक्टर में मोनोपोल बन जाएगी जो देश के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होगा।
इसका समाधान तो केवल इतना निकाला जा सकता है की सरकार द्वारा किसी तरह इन कंपनियों का कर्ज माफ कर दिया जाए और इनको डूबने से बचा लिया जाए।