यह है हिंदुस्तान की खूबसूरती, बनारस के सुभान अली नमाज पढ़ने के साथ-साथ हनुमान चालीसा भी सुनते हैं

भक्ति

इन दिनों पूरे देश में लाउडस्पीकर पर नमाज को लेकर काफी ज्यादा विवाद छिड़ा हुआ है. आपको बता दें कि आए दिन लाउडस्पीकर को लेकर विवाद हो रहा है इतना ही नहीं कई हिंदू समुदाय के लोगों ने लाउडस्पीकर से हो रहे अजान के वजह से नाराज होकर अपने घर में भी लाउडस्पीकर लगवा लिया है और इससे हनुमान चालीसा कर रहे हैं. और यह विवाद दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है लेकिन इस विवाद के बीच बनारस से एक ऐसी खबर आ रही है जिसको सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. इतना ही नहीं इस खबर को जानने के बाद से आप भारत के गंगा-जमुनी तहजीब को समझ पाएंगे. दरअसल, एक तरफ जहां नमाज को लेकर पूरे देश में विवाद हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बनारस से एक ऐसी खबर आ रही है जिसको सुनने के बाद से लोगों का दिल खुश हो जा रहा है.

दरअसल, बनारस से एक ऐसे युवक की खबर आ रही है जो असली हिंदुस्तान के हकीकत को बयां कर रहा है. बनारस में 25 वर्षीय सैलून चलाने वाले सुभान अली की कहानी सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे और इस गंगा-जमुनी तहजीब को सलाम करने लगेंगे. आपको बता दें कि एक तरफ जहां कुछ लोग धर्म को लेकर लड़ाई कर रहे हैं तो वही सुभान अली धर्मों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं.

आपको बता दें कि इस 25 वर्षीय सैलून चलाने वाले सुभान अली रोज नमाज पढ़ने के बाद से गणेश और लक्ष्मी की पूजा करते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने अपने दुकान में भी भगवान गणेश और माता लक्ष्मी का मूर्ति भी लगा रखा है. इतना ही नहीं सुभान अली रोज हनुमान चालीसा भी सुनते हैं और इसका भजन भी करते हैं. आपको बता दें कि नमाज पढ़ने के बाद यह गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ति के आगे नतमस्तक भी होते हैं.

इतना ही नहीं सुभान अली रोज अगरबत्ती कपूर के साथ हनुमान चालीसा सुनते हैं और हनुमान जी के साथ-साथ गणेश जी और लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना भी करते हैं. आपको बता दें कि सुभान अली यह आज से नहीं बल्कि सालों से करते आ रहे हैं और यह ऐसे लोगों के लिए एक उदाहरण है जो धर्म के लिए लड़ाई करते हैं. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सुभान अली साल 2008 से नियमित रूप से देवी देवताओं की पूजा करते आ रहे हैं.

आपको बता दें कि जब उस सुभान अली से हिंदू देवी देवताओं के पूजा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे इन भगवानों को पूछ कर काफी सुकून मिलता है और मेरे काम में बरकत मिलता है और यही कारण है कि मैं हमेशा इनकी पूजा-अर्चना करता रहता हूं. आपको बता दें कि सुभान अली ऐसे लोगों के लिए उदाहरण बन गए हैं जो धर्म के नाम पर एक दूसरे से लड़ाई करते हैं. आपको बता दें कि सुभान अली धर्म को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं और यह लोग के लिए एक मिसाल के तौर पर उभरे गए हैं. इतना नहीं सुभान अली सारे धर्म का सम्मान करते हैं और सबको आदर की भावना से देखते हैं.